कम्युनिटी मेडिकल सर्विस एण्ड एशेन्शियल ड्रग्स 11/2 वर्षीय नियमित व पत्राचार पाठ्यक्रमयह
कोर्स All India Primary Health Care द्वारा संचालित 11/2 वर्षीय पाठ्यक्रम है जिसमें विश्वस्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा प्राथमिक चिकित्सा के लिए शासन से मान्यता प्राप्त एलोपैथिक की लगभग 42 जनरल मेडिसिन का अध्ययन क्वालीफाईड डाॅक्टरो के द्वारा कराया जाता है । इसमें आप माननीय सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को आधार बनाकर प्राइमरी हैल्थ वर्कर के रूप में चिकित्सा कार्य कर समाज की सेवा कर सकते है । प्राथमिक चिकित्सा कार्य करने हेतु अभी तक न तो राज्य शासन से कोई रोक टोक है और ना ही केन्द्रीय शासन से । आप शासन मान्य एम.बी.बी.एस. (M.B.B.S) डाॅक्टरो की तरह इस डिप्लोमा से कार्य नहीं कर सकते है । इस तरह का कोर्स किसी भी सरकार द्वारा नहीं चलाया जाता है । क्योंकि न्यायालय ने अपने एक निर्णय में कहा है कि वो चिकित्सक जिस चिकित्सा पद्धिति में प्रशिक्षित है वह उसी चिकित्सा पद्धति से चिकित्सा कार्य करें । और यदि वह चिकित्सक दूसरी चिकित्सा पद्धति से कार्य करते है तो वे झोलाछाप चिकित्सक माने जायेंगे । यदि आप अपमानित होने से बचना चाहते है। । शासन द्वारा दंड नही प्राप्त करना चाहते है तो आप C.M.S. & E.D. का कोर्स कर लेवें । क्योंकि अब इतना समय बीत जाने के पश्चात शासन से मान्यता प्राप्त कोई भी एलोपैथिक मेडिसिन का कोर्स कर लेवें । क्योंकि अब इतना समय बीता जाने के पश्चात शासन से मान्यता प्राप्त कोई भी एलोपैथिक मेडिसिन का कोर्स नही कर सकते है, और न ही आप P.M.T. की परीक्षा पास कर 51/2 वर्षीय एम.बी.बी.एस. कोर्स कर सकते है । यदि एलोपैथिक मेडिसिन से प्रेक्टिस करना है तो आपके पास कुछ न कुछ आधार तो चाहिए ही । शासन का न सही तो शासन से मान्यता प्राप्त संस्था का ही सही । अब आपके लिए बचाव का यही एक आखरी रास्ता बन सकता है क्या सही है क्या सही रहेगा आप स्वयं विचार कर लेंवे । एक सुनहरा व अंतिम मौका आपको प्राप्त हो रहा है । इसे अपने हाथ से ना जाने दे अन्यथा आपको बाद में पछताना होगा । यदि आपको हमारी बाते पसंद आए तो हम आपके सदा सहयोगी रहेंगे ।

आवश्यक जानकारी

1. आपको यह जानकारी दी जाती है कि एलोपैथिक मेडिकल से उपचार करने का अधिकार केवल एलोपैथिक एम.बी.बी.एस. डाॅक्टरो को है ना कि आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक, यूनानी मेडिसिन, नेचरो पैथिक, बायो केमिक, इलेक्टो होम्योपैथिक, अल्टरनेट मेडिसिन के डाॅक्टरो को नही है, यदि वे ऐसा करते है तो कानूनी अपराध है ऐसे डाॅक्टर दण्ड के भागीदार होते है ऐसे डाॅक्टरो को कानून द्वारा सजा दी जा सकती है ।
2. CMS & ED 11/2 वर्षीय पाठयक्रम का कोर्स करने के पश्चात भारत के किसी भी प्राथमिक ग्रामीण क्षेत्र में बिना किसी से डरे साधारण एलोपैथिक मेडिसिन से उपचार कर सकते है तथा रूलर इलाके मे सरकार द्वारा कोई वेकेन्सी निकलने पर शासकीय नौकरी के लिए आवेदन दे सकते है इसकी पात्रता हमें माननीय सुप्रीम कोर्ट ने प्रदान की है ।
3. जब कोई भी शासकीय स्वास्थ्य अधिकारी (BMO/CMO) आपके क्लीनिक में आये तो आप उनसे शिष्टता पूर्वक बात करें हमारे संस्थान द्वारा दिया गया CMS & ED का सर्टिफिकेट डब्ल्यू एच ओ द्वारा प्रदान की गई मेडिसिन की लिस्ट, एम.सी.आई. के आदेश की फोटो काॅपी उस अधिकारी को एक फाईल बनाकर आाप दे देवे आप उनसे बिल्कुल भी न घबराये तथा उनसे गलत व्यवहार भी न करें ।
4. अधिकारी यदि आपको डाटता या फटकारता है एवं CMS & ED के कोर्स को फर्जी कहता है तो आप उन से बिल्कुल भी ना घबराये । आप उस अधिकारी से अवश्य ही कहे कि सर मेरा सर्टिफिकेट फजी है तो कृपया आप मुझे लिखकर दे देवे ताकि हम All India Primary Health Care के खिलाफ शिकायत दर्ज करा सके हम आपको 100 प्रतिशत गारंटी के साथ लिखकर देते है कि कोर्स को कर लेने के बाद जीवन में कभी भी किसी भी प्रकार की तकलीफो का सामना नही करना पडेगा । यदि आप इस कोर्स को कर लेते है तो आप भारत के प्रत्येक ग्रामीण क्षेत्र में साधारण एलोपैथिक मेडिसिन से प्राथमिक उपचार कर सकते है ।
5. यह कोर्स न राज्य सरकार चलाती है न केन्द्र सरकार यह कोर्स All India Primary Health Care द्वारा चलाया जाता है तथा इस डिप्लोमा के आधार पर प्राथमिक उपचार करने का अधिकार माननीय सुप्रीम कोर्ट ने प्रदान किया है मेडिकल काउन्सील आॅफ इण्डिया न्यू दिल्ली भी इस कोर्स का संचालन नही करती अतः इन्हे भी इस कोर्स को चलाने में कोई एतराज नही है इनके द्वारा प्रदत्त ड्रग्स के नाम पर घोषित है अतः ऐलोपैथिक से प्राथमिक उपचार करने का यह ऐन्थेटिक डिप्लोमा है ।
6. यदि आपको CMS & ED का कोर्स बोगस या फर्जी लगता है तो कृपया करके आप MBBS एलोपैथिक का कार्स कर लेवे जो कि 10 + 2 के बाद प्री मेडिकल टेस्ट की परीक्षा उत्तीर्ण होने के बाद ही होता है जिसमें आपको 35 से 40 लाख रूपये खर्च करने होंगे अतः आप अपनी मर्जी के मालिक है । 7. माननीय सुप्रीम कोर्ट की शक्ति केन्द्र सरकार/राज्य सरकार/समस्त शासकीय/अषासकीय अधिकारी/गृहमंत्री/स्वास्थमंत्री/मुख्यमंत्री/प्रधानमंत्री स्टेट मेडिकल काउन्सील/सेन्टल मेडिकल काउन्सील/हाई कोर्ट आदि से बड़ी होती है ।
8. अतः न्यायालय के आदेश की अवहेलना कोई भी जांच अधिकारी नही करना चाहेगा क्योंकि उसे भी डर होता है कि कहीं हमारे विरूद्ध न्यायालय की अवमानना का केस न लगा दिया जाये नही तो हमें बेमतलब ही कोर्ट के चक्कर लगाने पडेंगे अतः कोई भी बुद्धिमानी अधिकारी कोर्ट में केस नही लड़ना चाहेगा वह आपके डाक्यूमेन्ट की कापी सरकार के पास भेज देगा और आपके प्राथमिक उपचार केन्द्र में बाधा नही डालेगा यह 100 प्रतिशत सत्य है । 9. वैसे तो मेडिकल का प्रत्येक पाठ्यक्रम नियमित होता है लेकिन 5 वर्ष का अनुभव प्राप्त चिकित्सा इन कोर्सो को पत्राचार पाठ्यक्रम के द्वारा कर सकते है क्योंकि इन चिकित्सको को कोई अतिरिक्त अनुभव की जरूरत नही है । संचालककनक एजुकेशन इंस्टीट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइन्सडाॅ. ललित पोटफोडे प्रस्तावना विश्व स्वास्थ्य संगठन की घोषणा के अनुसार सभी के लिऐ अच्छे स्वास्थ की कामना ‘‘Health For All’’ इसे अलम आटा की घोषणा 1978 कहा गया है । विश्व स्वास्थ्य संघटना (WHO) के अनुसार स्वास्थ्य कर्मियों, सभी वैकल्पिक पद्धति के चिकित्सको को प्रशिक्षिक करने के लिए C.M.S. कोर्स का प्रावधान किया गया है। जिसके अंतर्गत अभ्यार्थी को 18 माह का आवश्यक औषधि प्रशिक्षण प्राप्त करने का प्रावधान है । आवश्यक औषधि पाठ्यक्रम पूरा होने पर परीक्षा में उत्तीर्ण अभ्यार्थी विश्व संगठन द्वारा अनुमोदित एलोपैथिक औषधियों को दे सकते है

निर्देश
1. योग्यता हाईस्कूल/पंजीकृत चिकित्सक/स्वास्थ्य कर्मी/अन रजिस्टर्ड चिकित्सक एवं अन्य वैकल्पिक कर्मी को वरियता ।
2. जिन चिकित्सको के पास वैध प्रमाणपत्र (BEMS,DEHM,BAMS(AM))RMP अथवा गैर मान्यताप्राप्त पद्धतियो की योग्यता है उनके लिए यह कोर्स मात्र 18 माह का ही है ।
3. C.M.S. Training के दौरान अलोपैथिक (E.D.P.-31) में प्रशिक्षण दिया जायेगा । C.M.S. + EDP कोर्स के पश्चात् अभ्यार्थी W.H.O. द्वारा निर्धारित अलोपैथिक दवाओं से चिकित्सा करने के लिए अधिकृत होगा ।
4. आयु सीमा को काई बंधन नही है ।
5. C.M.S. कोर्स रेगुलर व पत्राचार द्वारा भी किया जा सकता है ।
6. प्रवेश साक्षात्कार व मेरिट लिस्ट के अनुसार होगा ।
7. C.M.S. कोर्स All India Primary Health Care द्वारा संचालित है विश्व स्वास्थ्य संघटना WHO इस पाठ्यक्रम के अंतर्गत इस कोर्स को मान्यता दे चुकी है । All India Primary Health Care इसी पाठ्यक्रम के अंतर्गत इस कोर्स का प्रारंभ स्वयं कर रही है

नोट
आज प्रसार मिडिया (टी.वी. रेडियो इत्यादि्) भी महत्वपूर्ण औषधियो जैसे: Crocine, Disprin, Penjon, Moov, Amrutanjan etc. का प्रयोग करने संबंधी विज्ञापन भी देते रहती है जिससे की उनका प्रयोग आम जनता भी First Aid के रूप में कर सके । CMS कोर्स First Aid का ही एक अभिन्य रूप है । जिसमे EDP Drugs का प्रयोग किया है ।CMS & ED सम्पूर्ण भारत की ग्रामीण जनता की सेवा हेतु कार्यरत है । आज भी ग्रामीण क्षेत्रो मे चिकित्सा का अभाव रहता है ग्रामीण भाई बहन औषधियों के अभाव के कारण मृत्यु के कगार पर जले जाते है । विश्व स्वास्थ्य संघटना (WHO) और युनिसेफ (UNISEF) की हमेशा से यही सोच रही है कि किसे और किस तरह से भारत की पूर्ण आबादी को स्वस्थ रखा जाये । CMS & ED 18 माह के कोर्स के द्वारा जो चिकित्सक इलेक्टोहोम्यिोपैथी/अल्टरनेटिव मेडिसिन एवं अन्य पंजीकृत वैकल्पिक चिकित्सक है उन्हे शिक्षित करके एलोपैथी औषधियों में ज्ञान प्राप्त कराकर उन्हे ग्रामीण क्षेत्र में सेवा करने का अवसर दिया जायेगा ।